VMC Outer profile program Example with sub program in Hindi

Also Read

Sub program call M98 ka use kese karten hai in Main program me janiye in Hindi,Sub program kese banate hai in vmc programming में

दोस्तो आज हम आपको एक पार्ट का 2d vmc program बनाना बताएंगे। केसे बनाया जाता है और इसमें हम इसके साथ एक sub program ka use भी करेंगे ।


जेसे की जब हम कोई भी पार्ट का जेसे की
Prifile cutting, face milling जेसे ऑपरेशन करते हैं। तो vanha पर हमे एक जैसा रिपीट path देना होता है। तो उस जगह हम sub program का यूज़ करतें है

इसका मतलब यह है  Janha par हम एक ही path par tool ko बार बार चलाते है। तो यदि हम main program में sub program ka use करेंगे तो हमारा program length में छोटा भी बनेगा और program sweet बनेगा।

किसी पार्ट को VMC program बनाकर dovelopment करने का क्या process होता है।


Step 1- 
Drawing knowledge

सबसे पहले जब हम किसी भी पार्ट का program बनाना है। तो उस पार्ट की 2d drawing हमारे पास होनी चाहिए या फिर हमारे पास उस पार्ट का कोई master sample हमारे पास होना चाहिए।


पार्ट का program बनाने के लिए हमारे पास उस drawing  को पढ़ना एंड समझना आना चाहिए। Drawing ko पढ़ने से ही हमें पता चल पाएगा की हमें   उस पार्ट की किस किस जगह machining करनी है।और किस जगह पर नहीं करनी।


सबसे पहले हमे ये पता होना चाहिए की हमारी ड्राइंग किस angle में है 
First angle में या
Third angle में तभी हम ड्राइंग को ठीक तरीके से समझ पाएंगे।


Step 2 -
Tooling selection

 उस पार्ट में क्या क्या ऑपरेशन करने है । ये हमें पता होना चाहिए, उस पार्ट को बनाने के लिए क्या tooling ki जरुरत है वो हमारे पास होनी चाहिए। 


अगर आपके पास tooling नही है तो आप tool manufacturing company से purchase कर सकते हो।


 Step 3 -
Parameters

हमे ये भी पता होना चाहिए हमारे  मशीन parameter किस में है। MM में है या फिर inches में इसके बाद हमारे पास, machine available होनी चाहिए। जिस मशीन पर हमें उस पार्ट को बनाना है।


Step - 4
Fixture knowledge

हमे जिस पार्ट को बनाना है। Us part ka jig fixtures भी हमारे पास होने चाहिए। अगर हमारे पास fixture नही है तो उस पार्ट को clamp नही कर सकते इसलिए हमें fixture ki आवश्यकता होती है।


Fixture kya hota hai janiye in Hindi


Fixture वह चीज होती है जिसमे हम किसी पार्ट को fix करते है और clamp kar देते है। उसे हम fixture कहते है।
किसी पार्ट को hold or clamp करने के लिए हमें fixture की आवश्यकता होती है।
fixture हम खुद भी बना सकतें है ।अगर आप के पास fixture बनाने की skills है तो नही तो फिर आप किसी fixture expert से भी उस पार्ट का fixture बनवा सकतें है।
अगर आप खुद fixture बनाना चाहते हो तो उस के लिए आप fixture material purchase कर सकते हो और बना सकते हो ।


Sub program क्या है, VMC machine में सब program केसे बनाते है जानिए।


तो दोस्तो sub program के क्या फायदे होते हैं इस आर्टिकल में में आपको बताऊंगा।
जेसे की दोस्तों जब हम कोई प्रोफाइल cutting करते है किसी पार्ट की तो जेसे हमें 
Suppose 10mm material katna है या हम कह सकतें हैं की हमें Facing karni है 10mm की तो यदि हमे manual programming करनी है ।
 तो program बनाते टाइम वही G code हमे बार बार डालने पड़ते है। जिसकी वजह से हमारा program बहुत बड़ा और lenghthy हो जाता है। और हमें प्रोग्राम बनाने मे वक्त भी बहुत लग जाता है। और programe में गलती के चांस भी बढ़ जाते है।
तो इस चीज़ से बचने के लिए हम sub program बनाते हैं। और sub - program में वह G codes के कुछ block ही डालने पड़ते हैं। और उन्हें हम program में बार बार रिपीट कर सकतें हैं। इसके लिए हमें L number देना होता है।

दोस्तों जब हम किसी प्रोग्राम में sub-program ka यूज करतें है । तो हमें machine में दो program डालने पड़ते हैं।
First - Main program
Second - Sub program
Sub - program को हम Main program में देते हैं। और उसे हम call करने के लिए M98 code ka यूज लेते हैं।


EXAMPLE - 


जेसे की दोस्तों हमे किसी पार्ट की Outer profile काटनी है। और इसकी 10mm ki machining करनी है। तो हम एक main program बनाएंगे और उसमे एक Sub - Program बनाएंगे, depth of cut हम 0.5 mm की देंगे तो calculation से हमें पार्ट में same tool path को 20 बार चलाना होगा इसके लिए हम sub - Program बनाएंगे 


Sub - Program को call करने के लिए हम M98 Code का use करतें है।


Sub - Program को End करने के लिए हम M99 
Code का use करतें है।

और टूल path को कितनी बार चलाना है ,इसके लिए हम " L" का use करतें है।



उपर दी गई एक प्रोफाइल का Sub program example नीचे दिखाया गया है 
Main Program:


 O1000;
T1M6;
GOG90 G55 X0. Y0. S1000 M3 H1;
G0 G43 Z200;
G0 Z5.
G01 Z0. F500;
M98 P1001 L20;
G0Z200;

G0G90G53Y0;

M30;

SUB Program-


O1001;
G01G91Z-1.0F500;
G01 G90 Y50;
G01X61.27 Y83.85;
X111.27;
X148.27 Y50.29;
X148.27;
X0. Y0.;
M99;

इस program में हमने cutter dia 30.00 mm का लिया है।
आप अगर compansation यूज लेना चाहते हो तो ले सकते हो G41 

Post a Comment

और नया पुराने
FOLLOW ME BLOGGERFOLLOW
Join WhastsApp Group Join Now